कांग्रेस का बड़ा खुलासा, 3 जगह से सैलरी ले रही थीं SEBI चीफ !
दिल्ली 2 सितंबर (कमल वधावन) : कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने सेबी (SEBI) पर बड़ा खुलासा किया है। पवन खेड़ा ने सेबी (SEBI) की अध्यक्ष माधबी पुरी बुच पर बड़ा आरोप लगाया है । उन्होंने कहा कि माधबी बुच ने सेबी की सदस्य रहते हुए आईसीआईसीआई बैंक से वेतन लेना जारी रखा।
पवन खेड़ा ने कहा कि ये सार्वजनिक सेवा में नैतिकता और जवाबदेही का गंभीर उल्लंघन है। पवन खेड़ा ने सेबी की ईमानदारी पर सवाल उठाते हुए कहा कि बाजार नियामक को निष्पक्षता और स्वतंत्रता बनाए रखनी चाहिए।
पवन खेड़ा ने आरोप लगाया कि सेबी चीफ तीन जगह से सैलरी ले रही थीं।
तीन जगह से सैलरी लेने के आरोप
पवन खेड़ा ने पूछा कि जब सेबी के प्रमुख को आईसीआईसीआई बैंक जैसी निजी संस्था से वेतन मिल रहा हो तो कोई निष्पक्ष विनियमन कैसे सुनिश्चित कर सकता है? जब आप एक कंपनी में काम करते हैं, तो आप वहीं से वेतन लेते हैं। हालांकि जब सेबी चेयरपर्सन (माधबी पुरी बुच) सेबी की पूर्णकालिक सदस्य थीं, तो उन्हें आईसीआईसीआई बैंक, प्रूडेंशियल और ईएसओपी से 2017-2024 तक नियमित आय प्राप्त हो रही थी। नियामक संस्था में इतने ऊंचे पद पर बैठा कोई व्यक्ति कहीं और से भुगतान प्राप्त कर रहा था, यह पूरी तरह से सेबी की धारा 54 का उल्लंघन है।
माधबी बुच 2017 से सेबी के साथ जुड़ी हैं और 2022 में इसकी अध्यक्ष बनीं। उन्होंने अभी तक कांग्रेस के आरोपों पर जवाब नहीं दिया है। कांग्रेस ने इस मामले में आगे की जांच की मांग की है।
पवन खेड़ा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर भी हमला बोला। पवन खेड़ा ने कहा कि सेबी की भूमिका शेयर बाजार को विनियमित करना है जहां हम सभी अपना पैसा निवेश करते हैं। इसकी बहुत महत्वपूर्ण भूमिका है। सेबी के अध्यक्ष की नियुक्ति कौन करता है? यह कैबिनेट की नियुक्ति समिति करती है, जिसमे प्रधानमंत्री और अमित शाह हैं। आप आईसीआईसीआई से वेतन क्यों ले रहे थे?
हिंडनबर्ग ने भी लगाया था आरोप
पिछले महीने ही हिंडनबर्ग ने सेबी चीफ और उनके पति पर गंभीर आरोप लगाए थे। हिंडनबर्ग ने कहा था कि सेबी चीफ माधवी बुच और उनके पति की अडानी मनी साइफनिंग घोटाले में इस्तेमाल किए गए ऑफशोर फंड में हिस्सेदारी थी, जिसके चलते उसकी रिपोर्ट पर सेबी ने सबकुछ जानते हुए भी कोई कार्रवाई नहीं की, बल्कि हिंडनबर्ग को ही नोटिस भेज दिया।