Scam Alert: मार्केट में आया नया स्कैम, एक कॉल और महिला के खाते से स्कैमर्स ने उड़ा दिए 48 लाख रुपए
Scam Alert: मार्केट में एक नया स्कैम आया है। बेंगलुरू में रहने वाली एक 70 साल की महिला से स्कैमर्स ने 48 लाख रुपए उड़ा लिए। उनके पास Fedex कूरियर कंपनी से एक फोन आया। स्कैमर्स ने कहा कि उनके फोन नंबर और एड्रेस से एक कूरियर मुंबई से ताइवान भेजा गया है, जिसमें 250 ग्राम MDMA (ड्रग्स), क्रेडिट कार्ड्स और पासपोर्ट हैं।
जब महिला ने कहा कि उन्होंने इस तरह का कोई कूरियर नहीं भेजा है तो फोन करने वाली पार्टी ने कहा कि इस पैकेट को भेजने में उनके आधार नंबर का भी इस्तेमाल हुआ है और अब पुलिस में उनके खिलाफ केस रजिस्टर किया गया है।
जाहिर है पुलिस का नाम सुनकर वह डर गईं और स्कैमर्स के कहने पर अपने फोन में एक ऐप इंस्टॉल किया। इस ऐप के जरिए उन्होंने महिला के फोन से उनकी पर्सनल इंफॉर्मेशन और 48 लाख रुपए उड़ा लिए।
अकसर हम पैसों से जुड़े बहुत तरह के फ्रॉड और स्कैम के बारे में पढ़ते-सुनते रहते हैं। लेकिन कूरियर कंपनी के नाम पर आ रहा यह फोन कॉल ऐसा फ्रॉड है, जिसके शिकार हमारे दोस्त, रिश्तेदार और आसपास के कई लोग हो चुके हैं। उनके पैसे नहीं गए, लेकिन उनके पास फोन जरूर आया।
मेरी ही जान-पहचान में कम से कम पांच लोग सोशल मीडिया पर इस तरह का फोन कॉल रिसीव करने की शिकायत कर चुके हैं।
24 जनवरी को सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर अनुराग वर्मा ने ट्विवटर पर लंबी पोस्ट लिखकर ऐसे ही फोन कॉल्स की जानकारी दी, जिसमें स्कैमर्स ने उन्हें उनके नाम से गैरकानूनी सामान और ड्रग्स ताइवान भेजे जाने की बात कही।
आप जो इस वक्त इस आर्टिकल को पढ़ रहे हैं, मुमकिन है आपके पास भी ऐसा फोन आया हो या भविष्य में आए।
इस स्कैम की गंभीरता को देखते हुए आज जरूरत की खबर में हम इस बारे में डीटेल में बात करेंगे और इन सवालों के जवाब ढूंढेंगे-
यह कूरियर कंपनी स्कैम क्या है?
लोग इसके शिकार क्यों हो रहे हैं?
इससे और इस तरह के दूसरे स्कैम से कैसे बचा जा सकता है?
सवाल: Fedex कूरियर स्कैम क्या है और यह किस तरह काम करता है?
जवाब: Fedex एक ऑथेंटिक कूरियर सर्विस कंपनी है और उसका इस स्कैम से कोई कनेक्शन नहीं है। स्कैमर्स इस नाम का इस्तेमाल करते हैं। नीचे दिए पॉइंटर्स में विस्तार से समझिए कि यह स्कैम कैसे काम करता है।
सबसे पहले आपके मोबाइल पर एक नंबर फ्लैश होगा। अगर आपके फोन में ट्रू कॉलर ऐप है तो स्क्रीन पर Fedex या ऐसा ही कोई जेनुइन लगने वाली कूरियर सर्विस का नाम फ्लैश होगा। जैसेकि ट्रू कॉलर ऐप बहुत सारे मार्केटिंग और फ्रॉड से जुड़े नंबरों को लाल रंग में दिखाता है, वैसा इसके साथ नहीं होगा।
इस नंबर को देखकर लगेगा कि यह ऑथेंटिक है।
जब आप फोन उठाएंगे तो फोन आंसरिंग मशीन से आवाज आएगी कि आपके द्वारा भेजे गए कूरियर के संबंध में एक जरूरी सूचना है। सूचना प्राप्त करने के लिए एक नंबर दबाएं।
आमतौर पर लोग अकसर कूरियर भेजते रहते हैं तो संभव है कि आप भी वह सूचना प्राप्त करने के लिए एक नंबर दबा दें।
फिर उस कॉल पर एक व्यक्ति आपको बताएगा कि आपने फलां जगह जो कूरियर भेजा था, उसमें गैरकानूनी सामान मिला है। वह कस्टम विभाग, पुलिस और रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया का नाम लेंगे।
अगर आपने कहा कि आपने ऐसा कोई कूरियर नहीं भेजा है तो वे बताएंगे कि आपके नाम, पते, मोबाइल नंबर और आधार नंबर का इस्तेमाल उस गैरकानूनी पार्सल को भेजने में किया गया है। इसलिए अब आपके खिलाफ पुलिस में केस दर्ज हुआ है।
यहीं से सारे खेल की शुरुआत होती है। आमतौर पर लोग इस तरह के फोन कॉल्स से डर जाते हैं और फोन करने वाले के दिए निर्देशों को फॉलो करने लगते हैं।
ऑथेंटिक साउंड करने के लिए वे आपका फोन पुलिस विभाग, कस्टम विभाग या सीध रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के अधिकारियों से कनेक्ट करने की बात करते हैं।
यदि आप हां कहते हैं तो फोन पर कोई व्यक्ति संबंधित अधिकारी बनकर बात भी करता है।
लेकिन सनद रहे कि वे सब स्कैमर्स होते हैं, जिन्होंने जेनुइन साउंड करने के लिए यह पूरा जाल फैलाया होता है।
सवाल: अगर इस तरह का फोन कॉल आपके पास आए तो आप क्या करें?
जवाब: इस तरह का फोन कॉल आने पर डर लगना स्वाभाविक है। लेकिन अपने डर को तुरंत काबू में करके शांत दिमाग से तथ्यों को समझना और उसके मुताबिक एक्शन लेना जरूरी है।
सवाल: लोग इतने बड़े पैमाने पर इस स्कैम का शिकार क्यों हो रहे हैं?
जवाब: इसके तीन बड़े कारण हैं-
अज्ञानता
भय
लालच
1. लोग सजग और जागरूक नहीं हैं, इसलिए स्कैमर्स के शिकार होते हैं।
2. लोगों को हमेशा उनके साथ कुछ बुरा हो जाने का डर लगता है। इस भय से वो इन जालसाजों के चक्कर में फंस जाते हैं।
3. स्कैम में फंसने का तीसरा सबसे बड़ा कारण है लालच। स्कैमर्स अकसर लॉटरी जीतने, पैसे कमाने या इनाम पाने का लालच देते हैं। लोग लोभ में आकर इनके चक्कर में फंस जाते हैं और अपनी गाढ़ी कमाई गंवा बैठते हैं।
सवाल: इस तरह के फ्रॉड से बचने के लिए क्या करना चाहिए और किस तरह की जानकारी फोन कॉल पर कभी शेयर नहीं करनी चाहिए?
जवाब: सबसे जरूरी है यह समझना कि हमें फोन पर खुद से जुड़ी कोई जानकारी किसी को नहीं देनी है। चाहे वह नाम और उम्र जैसी कोई मामूली सूचना ही क्यों न हो।
इसके अलावा नीचे दिए ग्राफिक से समझिए कि आपको कौन सी जानकारी किसी अनजान व्यक्ति से फोन कॉल पर कभी शेयर नहीं करनी चाहिए।
I am working as an Editor in Bharat9 . Before this I worked as a television journalist with a demonstrated history of working in the media production industry (India News, India News Haryana, Sadhna News, Mhone News, Sadhna News Haryana, Khabarain abhi tak, Channel one News, News Nation). I have UGC-NET qualification and Master of Arts (M.A.) focused in Mass Communication from Kurukshetra University. Also done 2 years PG Diploma From Delhi University.