Kumari Selja With Ajaydeep Lathar Exclusive Interview: हरियाणा की सिरसा लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार कुमारी शैलजा से वरिष्ठ पत्रकार अजयदीप लाठर का एक्सक्लूसिव इंटरव्यू

Kumari Selja With Ajaydeep Lathar Exclusive Interview: हरियाणा की सिरसा लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार कुमारी शैलजा से वरिष्ठ पत्रकार अजयदीप लाठर का एक्सक्लूसिव इंटरव्यू

Kumari Selja With Ajaydeep Lathar Exclusive Interview: हरियाणा की सिरसा लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार कुमारी शैलजा से वरिष्ठ पत्रकार अजयदीप लाठर का एक्सक्लूसिव इंटरव्यू

 

अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी की महासचिव एवं उत्तराखंड प्रभारी कुमारी सैलजा एक बार फिर सिरसा लोकसभा क्षेत्र से चुनावी मैदान में हैं। सैलजा देश में कांग्रेस के उन चुनिंदा चेहरों में शुमार हैं, जो सार्वजनिक जीवन में आज तक बेदाग है, किसी तरह का आरोप नहीं है। सच्चे कांग्रेसी होने की छवि के साथ आगे बढ़ रही *कुमारी सैलजा* से *वरिष्ठ पत्रकार अजय दीप लाठर* ने लोकसभा चुनाव से लेकर मुख्यमंत्री पद की दावेदारी तक विस्तार से बातचीत की, जिनका उन्होंने बखूबी जवाब दिया। पेश हैं कुछ अंश :

 

*प्रश्न :* बीजेपी उम्मीदवार अरसे से फील्ड में हैं, लेकिन कांग्रेसी अब मैदान में पहुंचेंगे। क्या टिकट वितरण में देरी का खामियाजा भुगतना पड़ेगा?

 

*उत्तर :* बेशक हमारे प्रत्याशी घोषित नहीं हुए थे, लेकिन हमारा कार्यकर्ता जमीन पर कार्य कर रहा था। लगातार जनता के संपर्क में बने हुए हैं। हरियाणा में मतदान छठे चरण में है, चुनाव नोटिफिकेशन ही 29 अप्रैल को होना है, उस हिसाब से कोई देरी नहीं हुई।

 

*प्रश्न :* कांग्रेस आज भी प्रदेश में संगठन विहिन है। पार्टी कैडर के बिना कैसे चुनावी समर पार करेंगे?

 

*उत्तर :* जमीन पर, बूथ पर हमारे कार्यकर्ता हैं। चुनाव को अपना समझ कर लड़ रहे हैं। संगठन होना चाहिए, इस बात का मलाल भी है। संगठन होने से वर्कर को पहचान मिलती है, चुनाव के बाद संगठन खड़ा कराने की कोशिश रहेगी, ताकि वर्कर व पार्टी को और अधिक मजबूती मिले।

 

*प्रश्न :* भाजपा ने सांसद सुनीता दुग्गल की टिकट काट कर अशोक तंवर को मैदान में उतार दिया, क्या कारण मानती हैं?

 

*उत्तर :* यह उनकी पार्टी का अंदरूनी फैसला है। लेकिन, महिला होने के नाते यह जरूर लगता है कि राजनीति में महिलाएं ही विक्टिम क्यों?

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*प्रश्न :* आपकी दावेदारी मुख्यमंत्री पद की, इच्छा विधानसभा चुनाव लड़ने की, तो लोकसभा के मैदान में क्यों?

 

*उत्तर :* सीएम का दावा किसी का भी हो, मेरा या फिर किसी अन्य का, सीएम हाईकमान तय करता है। वर्कर की इच्छा होती है, वे अपने नेता के लिए समर्थन में नारे भी लगाते हैं, ऐसे में सीएम का नाम तय भी हाईकमान को ही करना चाहिए। अगर ऐसा नहीं हो तो फिर लड़ाई नीचे वर्कर तक चली जाती है। पहले टिकट के लिए, फिर पार्टी में अपने ही विरोधी को हराने के लिए। मैंने तो पहले ही कह दिया था कि सीएम हाईकमान तय करे। मैंने काफी समय पहले विधानसभा चुनाव लड़ने की इच्छा हाईकमान के सामने जाहिर कर दी थी। कांग्रेस की सिपाही होने नाते लगा कि लोकसभा चुनाव देश व पार्टी के लिए महत्वपूर्ण है। पार्टी हाईकमान की इच्छा के अनुरूप ही मैदान में आई हूं।

 

*प्रश्न :* पहले सिरसा, फिर अंबाला, अब फिर सिरसा, ऐसा क्यों? विरोधी मुद्दा नहीं बनाएंगे?

 

*उत्तर :* पूरा हरियाणा मेरा है, मेरी कर्मभूमि है, मेरा राज्य है। सिरसा और अंबाला दोनों ने समान प्यार और आशीर्वाद दिया है। सिरसा ने मेरी राजनीति की नींव रखी, यह हमेशा मैंने माना है। जब अंबाला से सांसद रही तो सार्वजनिक जीवन में हमेशा इस बात को कहा भी। लेकिन, 2 बार सिरसा व 2 बार अंबाला ने, एक समान जिताया। अंबाला ने मुझे अपनाकर बेहद प्यार व आशीर्वाद दिया। अंबाला से नाता टूटा नहीं है, न ही कभी सिरसा से टूटा था। राजनीतिक जीवन में कब, कहां से, कौन सा चुनाव लड़ना पड़े, यह पार्टी का आदेश व लोगों का प्यार तय करता है। जहां मौका मिले, वहीं लोगों के बीच रहकर सेवा करूं। अंबाला से भी उतना ही लगाव है, सेवा करती रहूंगी, जैसे 20 साल से व्यक्तिगत व राजनीतिक रूप से की। कांग्रेस संदेश यात्रा के दौरान पूरे हरियाणा से प्यार व आशीर्वाद मिला, क्योंकि इतने साल पूरे हरियाणा ने मेरा काम देखा है।

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*प्रश्न :* क्या आपको लगता है कि सांसद चुने जाने के बाद अक्टूबर में संभावित विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री की दावेदारी को और अधिक मजबूती से रख पाएंगे?

 

*उत्तर :* दावेदारी से मतलब नहीं होता, हम पार्टी का काम करते हैं, लोगों की सेवा करते हैं। चंद लोगों का नाम मुख्यमंत्री के लिए चलता है, फाइनल नाम पार्टी हाईकमान ही तय करता है। 2005 के विधानसभा चुनाव में हम सब लोकसभा सांसद थे। प्रदेश में पार्टी ने बहुमत हासिल किया, भजनलाल जी विधायक थे, पार्टी हाईकमान ने भूपेंद्र सिंह हुड्डा को सीएम बनाने का फैसला लिया, हुड्डा उस समय सांसद ही तो थे।

 

*प्रश्न :* रोहतक से दीपेंद्र हुड्डा को टिकट मिली है, वे राज्यसभा सांसद हैं और अभी कार्यकाल के 2 साल बचे हैं। जीतने पर उन्हें राज्यसभा छोड़नी पड़ेगी, क्या पार्टी को राज्यसभा सीट खराब करने का रिस्क लेना चाहिए था?

 

*उत्तर :* वे टिकट के दावेदार थे, टिकट देने का फैसला पार्टी हाईकमान का है। कुछ चीजें एकदम से हाईकमान पर छोड़ देनी चाहिएं।

 

*प्रश्न :* भाजपा ने एक झटके में मुख्यमंत्री बदल दिया, बल्कि पूरी सरकार ही बदल दी। इसका जनता में क्या असर मानते हैं?

 

*उत्तर :* राजनीतिक फायदे के लिए किए गए बदलाव का प्रदेश में आज विपरित असर नजर आ रहा है। पहली बात, कहीं न कहीं भाजपा नेतृत्व को महसूस हुआ कि बदलाव अनिवार्य हो गया है, लास्ट मिनट चेंज क्यों करना पड़ा, यह इनकी कमजोरी को साफ दर्शाता है। दूसरी बात, चेहरा बदलने से आज भी व्यवस्था नहीं बदली है। इस बदलाव से न प्रशासन में कोई सुधार आया, न ही शासन में।

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*प्रश्न :* भाजपा के उम्मीदवार मोदी के नाम पर चुनाव लड़ रहे हैं। कांग्रेस के किसके नाम (राहुल-सोनिया) पर लड़ेंगे?

 

*उत्तर :* कांग्रेस केंद्रीय नेतृत्व, विचारधारा व राज्य को प्रभावित करने वाले मुद्दों पर लोकसभा चुनाव लड़ रही है। मोदी की गारंटी, जनता में फेल्योर की गारंटी हैं। ये सफलता या भविष्य की गारंटी नहीं हैं। असल मुद्दे महंगाई, बेरोजगारी, गरीबी, किसान, सामाजिक अव्यवस्था, असंतुलन, छोटा उद्योग, लघु उद्योग का ठप होना, जीएसटी का जंजाल हैं।

 

*प्रश्न :* भाजपा का नारा है 10 की 10 जीतेंगे। कुछ तो चंडीगढ़ की साथ जोड़कर कहते हैं कि 11 जीतेंगे। आपको क्या लगता है?

 

*उत्तर :* बीजेपी की राजनीति नारों व जुमलाबाजी पर आधारित है। इनके दावे-वायदे इनके नारों की तरह खोखले हैं। हरियाणा में 75 पार का नारा दिया, 40 पर अटक गए, उसमें भी कम मार्जन वाली कितनी ही सीट रही। आज के दिन भी जमीनी हकीकत से दूर हैं। जनता अब मन बना चुकी है, जो कांग्रेस के पक्ष में साफ नजर आ रहा है।

 

*– अजय दीप लाठर, लेखक वरिष्ठ पत्रकार एवं राजनीतिक विश्लेषक हैं।*

I am working as an Editor in Bharat9 . Before this I worked as a television journalist with a demonstrated history of working in the media production industry (India News, India News Haryana, Sadhna News, Mhone News, Sadhna News Haryana, Khabarain abhi tak, Channel one News, News Nation). I have UGC-NET qualification and Master of Arts (M.A.) focused in Mass Communication from Kurukshetra University. Also done 2 years PG Diploma From Delhi University.

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